महाविद्यालय का अशैक्षणिक स्टाफ़ भी महाविद्यालय का उसी प्रकार सदस्य है जैसे शैक्षणिक स्टाफ़ होता है। यह बात अन्य सभी हितधारकों को भी नहीं भूलना चाहिये।
अशैक्षणिक स्टाफ़ को ...
Þ महाविद्यालय की प्रगति का हिस्सा बनना चाहिये।
Þ विद्यार्थियों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार करना चाहिए।
Þ प्राध्यापकों एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति सम्मान का भाव रखें।
Þ यथासम्भव कार्य का निष्पादन शीघ्र करना चाहिए।
Þ यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पास कोई कार्य लम्बित न रहे।
Þ शुल्क के लेन देन में अतिरिक्त सावधान रहें।
Þ विद्यार्थियों और अन्य आगंतुकों से मधुर व्यवहार करें।
Þ महाविद्यालय की आवश्यकताओं पर नजर रखें।
Þ व्यय में मितव्ययिता बरतें।